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आपका स्वागत हैं!

दोस्तो,आपका "इन पर गर्व हैं" ब्लॉग और वेबसाइट पर स्वागत हैं। "इन पर गर्व हैं" गर्व हैं वेबसाइट और ब्लॉग पर देश के उन वीर पुरुषों और देश के लिए सदैव चौबीसों घंटे रक्षा और सेवा देने वाले देश के वीर पुत्रो के जीवनियों और उनके कार्यो को जगह दी जाएगी। देश को जिन पर नाज हैं। देश जिनकी सेवा पर खड़ा हैं। जो दिन रात देश और जनता के लिए अपने जीवन को न्योछावर कर रहे हैं। जो सर्दी,गर्मी,अंधी,तूफान और बर्फ से लेकर दलदल और जनता के बीच और रात के अंधेरो में जो अपने जीवन को देश हित मे अर्पित करदे उन्हें हम कह सकते हैं "इन पर गर्व हैं". आर्मी और पुलिस के साथ केंद और राज्यो के सभी सरकारी सेवा देने वाले देश पुत्रो पर हमें गर्व हैं। जिसमे  आर्मी और पुलिस को रक्षा का जिम्मा मिला जिसके कारण देश रात  गहरी नींद में सो सकता हैं। जिनके कारण किसान से लेकर व्यापारी और आम आदमी अपने जीवन को चलाता हैं। बाकी सरकारी विभागों में आराम और समय सीमा हैं। लेकिन आर्मी और पुलिस विभाग ड्यूटी के कोई समय सीमा नही हैं। अर्थात सबसे जोखिम भारी और जिमेवारी वाली ड्यूटी सिर्फ आर्मी और पुलिस की होती हैं। सभी

24x7 इन पर गर्व हैं

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दोस्तो,मुझे आज इस पोस्ट को लिखते हुए बडा गर्व महसूस हो रहा हैं। कि जीवन तो सभी चलाते हैं। सरकारी हो या गैर सरकारी,प्राइवेट सभी अपने जीवन को चलाने के लिए कुछ न कुछ करते ही रहते हैं। सरकारी विभाग जो कि बना ही हैं जनता की व्यवस्था के लिए।    लेकिन सरकार के दो विभाग ऐसे हैं जिन पर हमें नाज हैं। जिसके दम पर हम महफूज हैं। तीज त्योहार हो या कोई विशेष दिन रात हो या दिन वर्षा  हो या गर्मी,बाढ़ हो या आग। ये दो विभाग 24×7 अर्थात 24 घंटे अपनी सेवाएं देते हैं और वो भी बिना कुछ कहे। अपने परिवार से दूर और जब बाकी अपने परिवारो के साथ तीज और त्योहार मानते हैं तब ये हमारी रक्षा में खड़े रहते हैं। और वो देश के दो पुत्र हैं सेना और पुलिस। सेना और पुलिस ही वो देश के दो जांबाज पुत्र हैं  जिन पर देश को फक्र हैं। मैं कोई बड़ा  लेखक तो नही लेकिन फिर भी अपनी के लेखनी से इनको सदा नमन करता हूँ। मैं इनको ही देश के सच्चे पुत्र कहूंगा। हम देश के इन दो पुत्रों के सदैव इज्जत करते हैं। आर्मी और पुलिस की वर्दी को सदैव सैलूट। हमे इनपर गर्व हैं। लेखक   मोती सिंह राठौड़,जोइन्तरा

Nathu Singh Rathore ek Shooter

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मेरा नाम नाथू सिंह राठौड़ गांव केलवा कला, कि राजस्थान  राज्य के जोधपुर जिले की बावड़ी तहसील में हैं मैं भारतीय राइफल शूटिंग टीम में रह चुका हूँ। (यह वीडियो श्री मान नाथू सिंह राठौड़ गांव केलावा कला,तहसील बावड़ी, जिला जोधपुर ,राजस्थान का हैं)     मैन कभी बचपन मे कल्पना नही की थी कि मैं एक दिन भारतीय राइफल शूटिंग टीम का हिस्सा बनूँगा और देश के लिए राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय पदक जीतूंगा। मेरा बचपन काफी संघर्ष पूर्ण रहा। बचपन मैं जब मेरे पिता खत्म हुए तब मैं 3 वर्ष का था। और घर का जिम्मा मेरी पूजनीय माता जी पर आ गया। लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था और मेरी माता जी का देहांत भी जब मैं 13 वर्ष का था तब हो गया। हम दो भाई थे। जो कि मेरा छोटा भाई भी माताजी के देहांत के 10-12 दिन बाद इस दुनिया से रुक्सत हो गया। न जाने कुदरत मुझे किस जन्म की सज्जा दी। 13 की अवस्था मे परिवार चला गया और इस दुनिया मे मैं अकेला रह गया। मै अंदर ही अंदर टूट गया। मुझे कुछ समझ मे नही आ रहा था कि मेरा अगला जीवन कैसे चलेगा। लेकिन कहते हैं कि ऊपर वाला एक तरफ का रास्ता जब बंद करता हैं तो दूसरी तरफ का रा